ठंडी के मौसम मे स्वेटर की याद आती है
हो बारिश का मौसम तो छतरी की याद आती है
घर से दूर आ जाओ तो घर की याद आती है
लेकिन मौसम कोई भी हो
दिल मे एक जो बार बस जाये उसकी
इमेज़ दिल से बाहर जाती नहीं है..
Originally Composed by Dashrath Chaudhari 9405840139
Date - 29 September 2025
Day - Monday
Time - 19: 29 Night Place - Nashik - Maharashtra - Bharat
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